उसने कहा.........
जिंदगी क्या है
एक खूबसूरत गीत
या कोई हसीन ख्वाब ..... ।
मैंने कहा
गीत या ख्वाब
तो नहीं पता, पर हॉ
जीने के लिये
जरूरी है
‘कुत्ते सी वफादारी’
क्योंकि, जरा सी ‘चूक’
बना देगी ‘लावारिस’
इतना ही नहीं
घोषित कर दिऐ जाओगे
‘हलकाए’ हुए
और मार दिए जाओगे
‘बेमौत’
मीठी रोटी में
मिलाकर जहर
तब, जिंदगी के मायने
चढ़ जाएगे बलि
‘म्यूनसपैलिटी’ वालों के
‘जनसुरक्षा’
अभियान के तहत.....!!
( "काव्यांजलि " में प्रकाशित )
( "काव्यांजलि " में प्रकाशित )
उम्दा अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंज़िंदगी का एक नज़रिया यह भी
जवाब देंहटाएंज़िन्दगी की इस भयावह सच्चाई को बड़े करीब से देखा है,
जवाब देंहटाएंक्या बताऊँ ज़िन्दगी क्या है
तब तो जी मौत ही बेहतर है, ऐसे जी कर भी क्या करेगा आदमी
जवाब देंहटाएंआक्रोश है ख्यालातों में ...
जवाब देंहटाएंपर इमानदारी सच में बहुत जरूरी ई जीवन जीने के लिए ...
बहुत खूबसूरत लगी पोस्ट....शानदार।
जवाब देंहटाएंजिंदगी का कटु सत्य और इसको बहुत ही सहजता से बयान कर दिया है आपने ! बधाई
जवाब देंहटाएंकटु सत्य...
जवाब देंहटाएंभावप्रवण सुंदर प्रस्तुति!
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