जड़ों के बीच से
काट दिया पेड़
मुरझा गया था
जड़े लगी थी सूखने ----
हवा के साथ
कोई बादल आया
और
बरस गया ----
जाने क्या था
नन्ही बूंदों में ---!
वो ' जल ' ही रहा होगा ----
समझ गया जड़ों की प्यास
दिखाई देने लगी है
हरीतिमा
और कोंपले
'हैं ' मानो
प्रतीक्षारत -------
वो ' जल ' ही रहा होगा ----
जवाब देंहटाएंसमझ गया जड़ों की प्यास .... बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति अंजू जू!
साधू-साधू
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंदिखाई देने लगी है
हरीतिमा
और कोंपले
'हैं ' मानो
प्रतीक्षारत -------
sundar shabd chayan... sashakt abhivyakti