ANANYA
सोमवार, 25 जुलाई 2011
भाव
भाव बिन
सूनी भक्ति.....
प्रेम बिन
सूना जीवन .....
बिन मन
निभे न रिश्ते...... ,
दिखते जैसे
लिबास और तन.....
सोमवार, 11 जुलाई 2011
घर से बेघर ..........
"घर से बेघर होने में घर के मायने तो मिले
कुछ ऐसे भी थे जिन्हें घर ही नहीं मिले"
शुक्रवार, 8 जुलाई 2011
बहुत मायूस है वो कि मुझमें वफ़ा तो नही ,
उसे जरुरत थी मेरी ,कभी कहा भी तो नही.........
.
गुरुवार, 7 जुलाई 2011
(.......क्यूँ ...........)
विरासत भी
....तू.....
वारिस भी
.....तू.......
फिर
वसीयत में
उलझनें
इतनी ,
बता ....
क्यूँ ..?????
लिखता है
तू......!!!!!!!
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