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गुरुवार, 7 जुलाई 2011

(.......क्यूँ ...........)




विरासत भी

....तू.....

वारिस भी

.....तू.......

फिर

वसीयत में

उलझनें

इतनी ,

बता ....

क्यूँ ..?????

लिखता है

तू......!!!!!!!

5 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छी और गहन बात ... विरासत और वारिस ..एक ही तो उलझने क्यों ?

    जवाब देंहटाएं
  2. शाश्वत प्रश्न...सुन्दर रचना....

    जवाब देंहटाएं
  3. विरासत भी
    ....तू.....
    वारिस भी
    .....तू.......
    फिर
    वसीयत में
    उलझनें
    इतनी ,
    बता ....
    क्यूँ ..?????

    विचारणीय प्रश्न...सुन्दर अभिव्यक्ति ....

    जवाब देंहटाएं
  4. संगीता जी,रश्मि जी,डा.वर्षा सिंह जी ,और डा. शरद जी आप सभी का स्वागत ,
    और इसके साथ ही, तहे दिल से शुक्रिया भी ,मेरे विचारों पर मनन करने के लिए ...

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