वाह!बहुत सुन्दर...धन्यवाद|
क्यूंकि ,उसकेघर के बाहरकोईदहलीज़ ही नहीं ....गहन अनुभूतियों की सुन्दर अभिव्यक्ति ... हार्दिक बधाई!
अनुभूतियों के अहसास के लिए शुक्रिया, आप यहाँ पर आए और विचार रखे,अच्छा लगा आगे भी आते रहे और विचारो से नवाज़ते रहिएगा
भावप्रवण लेखन के लिए बधाई।==========================देश को नेता लोग करते हैं प्यार बहुत?अथवा वे वाक़ई, हैं रंगे सियार बहुत?===========================होली मुबारक़ हो। सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
शब्द-शब्द संवेदना भरा है...शुभकामनायें !
गज़ब प्रस्तुति ...
साधु-साधु
बहुत बढि़या।
उफ़ …………।
संवेदनशील क्षणिका.... सुन्दर...सादर बधाई....
उसकेघर तक पहुँचनाबहुतआसान हैपर..इतना भी नहींक्यूंकि ,उसकेघर के बाहरकोईदहलीज़ ही नहीं ..!!! good one...bhavpoorn..
वाह!बहुत सुन्दर...धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंक्यूंकि ,
जवाब देंहटाएंउसके
घर के बाहर
कोई
दहलीज़ ही नहीं ....
गहन अनुभूतियों की सुन्दर अभिव्यक्ति ...
हार्दिक बधाई!
अनुभूतियों के अहसास के लिए शुक्रिया,
जवाब देंहटाएंआप यहाँ पर आए और विचार रखे,अच्छा लगा
आगे भी आते रहे और विचारो से नवाज़ते रहिएगा
भावप्रवण लेखन के लिए बधाई।
जवाब देंहटाएं==========================
देश को नेता लोग करते हैं प्यार बहुत?
अथवा वे वाक़ई, हैं रंगे सियार बहुत?
===========================
होली मुबारक़ हो। सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
शब्द-शब्द संवेदना भरा है...शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंगज़ब प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंसाधु-साधु
जवाब देंहटाएंबहुत बढि़या।
जवाब देंहटाएंउफ़ …………।
जवाब देंहटाएंसंवेदनशील क्षणिका.... सुन्दर...
जवाब देंहटाएंसादर बधाई....
उसके
जवाब देंहटाएंघर तक पहुँचना
बहुत
आसान है
पर..
इतना भी नहीं
क्यूंकि ,
उसके
घर के बाहर
कोई
दहलीज़ ही नहीं ..!!!
good one...
bhavpoorn..