वो जब पास नहीं होता बहुत ही पास होता है
जुदाई का ये रंग बहुत ही खास होता है ...
न बंदिश न रवायतें ,न शिकवा-शिकायतें
रूह-ऐ-पाकीज़गीका खूबसूरत अहसास होता है ...
पलकों के आसमान पर चमकते है सितारे ,
लरज़ते होठों पर भीगता इक मलाल होता है...
रगों में घुलता है कोई रंग खुशबू बनकर ,
ख़ामोशियों का न फिर कोई सवाल होता है ...
जुदाई का ये रंग बहुत ही खास होता है ...
न बंदिश न रवायतें ,न शिकवा-शिकायतें
रूह-ऐ-पाकीज़गीका खूबसूरत अहसास होता है ...
पलकों के आसमान पर चमकते है सितारे ,
लरज़ते होठों पर भीगता इक मलाल होता है...
रगों में घुलता है कोई रंग खुशबू बनकर ,
ख़ामोशियों का न फिर कोई सवाल होता है ...
पलकों के आसमान पर चमकते है सितारे ,
जवाब देंहटाएंलरज़ते होठों पर भीगता इक मलाल होता है...
वाह,बहुत ही खूबसूरत अहसास की सुन्दर अभिव्यक्ति !
आभार !
मेरे बारे में मुझसे बेहतर वही जानता है... 'वो" है यहाँ मेरा दिल, बस यही मानता है .....
जवाब देंहटाएंआपका परि़चय वाक़ई लाजवाब है !
और आपकी ग़ज़लों का तो ज़वाब नहीं !
आपको हार्दिक शुभकामनायें।
vo jab paas nahin hotaa bahut hi paas hotaa hai -
जवाब देंहटाएंbahut khoob andaaze bayaan -
goyaa -
"TUM MERE PAAS HOTE HO ,JAB KOI DOOSRA NAHIN HOTAA "
"TUJHSE BEHTAR TERA PARICHAY HAI "
veerubhai .