आँख का बादल...............
हाँ ..
होता है कभी
घुटन जो
घुटती भी नही
उमस
चिपचिपी सी
ना उखडती
सूखती भी नही
..............
दम घोंटू
ना दम निकले
ना आये श्वास
....................
आँख का बादल
कोई आस
घुल जाये तो
उदास
बरस जाये तो
प्यास
बिखर जाये तो
बदहवास .....अह!
last one is good
जवाब देंहटाएंभावो को रचना में सजाया है आपने.....
जवाब देंहटाएंवाह , बहुत खूब
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया ।
जवाब देंहटाएंवाह रे बादल :)
जवाब देंहटाएंकभी आस, तो कभी बदहवास
बेहतरीन रचनाकार हो आप !
वाह, बहुत अच्छे भावोँ को प्रस्तुत किया है आपने । शुभकामनाएँ । सस्नेह
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